शधाणूं 20:23 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान23 मुखा आसा सिधअ इहअ थोघ कि पबित्र आत्मां बोला मुल्है हर नगरी दी गवाही दैई करै इहअ कि ताल्है आसा दुख-सांगट शांघल़ी लोहै तैर। Faic an caibideilकुल्वी23 किबैकि पवित्र आत्मा हर नगरा न गुआही देई देईया मुँभै बोला सा, कि हांऊँ कैदी बनाया ज़ाणा होर दुःख क्लेश सौहणा पौड़णा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम23 सिधी यह कि पवित्र आत्मा हर नागर गुआही देई करे माह कअ बोलदा कि बंधन होर क्लेश ताहबे तैयार साहा। Faic an caibideil |