शधाणूं 18:10 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान10 किल्हैकि हुंह आसा ताह संघा और कोहै निं ताल्है हान्नी करी सकदअ। किल्हैकि एसा नगरी दी आसा मेरै कई भगत।” (याशायाह 41:10; 43:5; यिर्मयाह 1:8) Faic an caibideilकुल्वी10 किबैकि हांऊँ तौ सैंघै सा कोई तेरा किछ़ बी नुकसान नी केरना; किबैकि ऐई नगरा न बोहू लोका मूँ पैंधै बशाह केरना।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम10 किबेकी हांऊ तांई संघे सा, होर कोई हमला करी ताहबे हानि नांई पहुंचाई सकदअ; किबेकी एऊ नगरा में बहू लोका मेरे साहा। Faic an caibideil |