शधाणूं 17:3 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान3 तिन्नां का समझ़ाऊई पबित्र शास्त्रा का सबूत दैई सारी गल्ला कि मसीहो दुख भुगतणअ, और मरी करै ज़िऊंदै हणअ त ज़रूरी और अह ई ईशू, ज़सरै बारै हुंह तम्हां का खोज़ा अह आसा मसीहा। Faic an caibideilकुल्वी3 होर तिन्हरा मतलब खोलिया समझा ती कि मसीह रा दु:ख च़कणा होर मूँऐंदै न ज़िन्दा होंणा ज़रूरी ती, “ऐ यीशु ज़ुणी रै बारै न हांऊँ तुसाबै शुणा सा मसीह सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम3 होर तेत्का अर्थ खोली-खोली करे खोजा, कि मसीह रा दुःख ऊठाऊँणा, होर मुंऐ दे मेंज़ा का जी ऊठणा, जरुरी; होर यही यीशु जासकी हाँउ तमाबे कथा शूणाऊंदा, मसीह साहा। Faic an caibideil |