शधाणूं 17:22 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान22 तेखअ पल़सी एरियोपागुस आराधना सभा दी खल़्हुई करै बोलअ, “हे एथेंस नगरी रहणैं आल़ैओ! मुखा ज़ाण्हिंआं इहअ कि तम्हैं आसा हर गल्ला दी धर्म-कर्म करनै आल़ै। Faic an caibideilकुल्वी22 तैबै पौलुसै अरियुपगुसै नाँ री आराधनालय रै बीच़ा न खड़ै होईया बोलू, “हे अथेनै रै लोको हांऊँ हेरा सा कि तुसै हर एकी गैला न देऊआ बै मनणु आल़ै सी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम22 तेबा पौलुस अरियुपगुस बीचे खडे होई करे बोलू, हे एथेंसा रे लोका, हाँऊ हेरदा कि तमे हर गला में देऊ मानने आले साहा। Faic an caibideil |