शधाणूं 14:8 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान8 लुस्रा नगरी त एक मणछ बेठअ द, सह आसा त ज़ल्मां ओर्ही लाट्टअ और तेऊए निं हांढदअ त और आपणीं ज़िन्दगी निं सह किधी हांडअ-फिरअ त। Faic an caibideilकुल्वी8 लुस्त्रा शैहरा न एक मांहणु बेठा ती होर तेइरी ज़ोंघा कमज़ोर ती, सौ पैदा होंणै न लेइया लँगड़ा ती होर कैधी च़लू न ती। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम8 लुस्त्रा में एक मणश बेठअदअ थी, जोह टांगा कअ कमजोर थी । सह जन्मा का लेगडअ थी, होर कधी हांडू नांई थी। Faic an caibideil |