शधाणूं 13:41 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान41 ‘हे निंदा करनै आल़ैओ, भाल़ा, और झशकिआ और मरा। किल्हैकि मुंह करनअ थारै धैल़ै एक काम, इहअ काम कि, ज़ै तम्हैं तेते च़रच़ा शुणें, ता तम्हैं निं कधि तेतो भरोस्सअ करनअ।’” Faic an caibideilकुल्वी41 “हे निन्दा केरनु आल़ै लोको, हेरा, हैरान होआ होर खत्म होआ; किबैकि मूँ तुसरै ध्याड़ै न एक ऐण्ढा कोम केरना कि अगर तुसा न कोई तेथै री चर्चा केरला, ता तुसा कैधी बशाह नी केरना।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम41 हे निंदा करण आलओ हेरा होर चकित होआ, होर खत्म होआ; किबेकी हाँऊ थारे धयाडे मेंज़ा का एक काम करदा, एडहा काम कि जेबा तमाक एतकी चर्चा करे, तमा कधी बुशाह नांई करणा। Faic an caibideil |
हुंह बोला इहअ एते तैणीं कि परमेशरो न्याय हणैंओ बगत गअ नेल़ एछी। पैहलै करनअ तेऊ तिन्नां लोगो न्याय ज़ुंण तेऊए आपणैं आसा। ज़ै परमेशरा हाम्हां विश्वासीओ न्याय पैहलै करनअ, ता; तैहा डरैऊणीं गल्ले बारै सोठा ज़ुंण तिन्नां लोगा लै हणीं ज़ुंणी परमेशरा का आअ द सह खुशीओ समाद नांईं मनअ। (इब्रानी 12:24-25; यिर्मयाह 25:29; यजकेल 9:6)