3 युहन्ना 1:10 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान10 ज़ेभै हुंह एछणअ, ता मुंह खोज़णअ तेऊए बारै मंडल़ीए सोभी लोगा सम्हनै कि सह किज़ै करा। सह लाआ बूरी गल्ला बोली हाम्हां लै झ़ुठअ दोश, सिधअ एतरअ ता हुअ, सह निं खुशीए समादा खोज़णैं आल़ै हांढदै फिरदै विश्वासी आपणैं घरै मंदअ और ज़ुंण होर विश्वासी मनणअ च़ाहा तिन्नां काढा सह मंडल़ी का बागै। Faic an caibideilकुल्वी10 ज़ैबै हांऊँ ऐनु ता मूँ तेइरै कोमै री ज़ो सौ केरदा लागा सा, याद दिलाणी कि, सौ आसरै बारै न बुरी-बुरी गैला बका सा होर एथा न सन्तुष्ट नी होंदा होर आपु सैंघी विश्वासी बै ग्रहण नी केरदा होर ज़ो ग्रहण केरना चाहा सी तिन्हां बै नाँह केरा सा होर मण्डली न खोला सा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम10 एतकि तणी जेबा हाऊं ईहलअ तेबा तेऊरे कामा री जोह सह करदअ लागअ दअ साहा, याद दिलाऊणी, कि सह माहरे बारे में बुरी-बुरी गला बाका साहा, होर एता परेदे भी त्रिपत नांई करी करे आपू भी भाई ग्रहण नांई करदअ, होर त्या जोह ग्रहण करणा चाहंदा साहा नांई करदा साहा होर कलीसिया का काढ़ा। Faic an caibideil |