2 पतरस 2:13 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान13 ज़ुंण तिन्नैं ज़ुल्म किऐ तेता लै आसा तिन्नों बरैबाद हणअ ई तिन्नों नांम। तिंयां च़ाहा धैल़ी दपहरै कंज़रैई करनी। तिंयां आसा तम्हां मांझ़ै दोश और दाग। तिंयां रहा तम्हां संघै भोज़ खाई करै बी धोखै दैणा लै खुश। Faic an caibideilकुल्वी13 होरी रा बुरा केरनै रै बदलै तिन्हरा बुरा होंणा। तिन्हां बै दिन-ध्याड़ै भोग-विलास केरना शोभला लागा सा, ऐ कलंक होर दोष सा, ज़ैबै ते तुसा सैंघै खा-पीआ सी ता आपणी तरफा न प्रेम भोज केरिया भोग-विलास केरा सी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम13 होरी री बुराई करने रे बदले त्याही रा बुरा होला; त्या धयाडी दपहरे भोग बिलास करणा ठीक लागा। यह कलंक होर दोष साहा; होर जेबा त्या तमे संघा खांदा होर झुटा, तेबा आपणी तरफा का प्रेम भोग करी करे भोग बिलास करा। Faic an caibideil |