2 कुरिन्थी 9:2 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान2 किल्हैकि हुंह हेरा ज़ाणीं थारै मना, ज़ेता पिछ़ू हुंह थारै बारै दी मकिदुनिया लाक्कै रहणैं आल़ै विश्वासी भाईए सम्हनै घमंड रहैऊआ कि तम्हैं अखाया लाक्कै रहणैं आल़ै विश्वासी भाई आसा एकी साला ओर्ही दान दैणा लै तैर्हुई रहै दै, और थारी इना गल्ला शूणीं लागै एसी बी विश्वासी भाई एसा सेऊआ लै आजू निखल़दै। Faic an caibideilकुल्वी2 किबैकि हांऊँ तुसै रै मनै री इच्छा बै ज़ाणा सा, ज़ुणिरी बजहा न हांऊँ मकिदुनिया प्रदेशा रै विश्वासी रै सामनै तुसरै बारै न घमण्ड सा, कि तुसै अखाया प्रदेशा रै लोका ऐकी बौर्षा न पौरे त्यार हुऐ सी, होर तुसरी खुशियै होर भी बोहू लोका उत्साहित केरै सी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम2 किबेकि हाऊं थार मना री त्यारी जाणा, ज़ासकी बजा का हाऊं थारे बारे में मकिदुनिया बासी री धुना रे सामने घमण्ड रिहाउंदा कि अखाया रे लोका एकु बर्षा का त्यार होई दे, होर थारे उत्साह होर भी बहू उभारा। Faic an caibideil |
एसा गल्ला लै आसा मेरी अह ई सलाह कि तम्हां लै आसा अह बधिया, ज़ुंण तम्हैं एकी साला ओर्ही शुरू किअ तेऊ कामां करा पूरै। पिछ़ली साला तै तिंयां तम्हैं ई ज़ुंण दान च़ाहा तै दैणअ और तम्हैं सोभी का पैहलै दैनअ बी। ऐबै करा तम्हैं तेऊ कामां पूरै ज़ुंण तम्हैं शुरू किअ। ज़ुंण जोश तम्हैं शुरू दी रहैऊअ सह लोल़ी एभै थारै दान दैणैं करै एभै बी शुझुअ। ज़ेतरी थारी समरता आसा तेऊ साबै दैआ आपणीं गांठी का दान।