2 कुरिन्थी 8:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 और तिन्नैं की भी-भी हाम्हां का अरज़ कि येरुशलेम नगरीए विश्वासी लै दान दैणें सेऊआ दी साझ़ू हणैंओ मोक्कअ दैआ तिन्नां लै बी। Faic an caibideilकुल्वी4 होर ऐई दाना न होर यरुश्लेमा न विश्वासी लोकै री सेवा न भागी होंणै होर मज़ती रै बारै न आसै बार-बार अर्ज़ा केरी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम4 होर एउ दाना में होर पवित्र लोका री सेवा में भागी हूँणे री सेवा में भागी हूँण रे अनुग्रहा रे बारे में, हामा संघे भी-भी बहू बिनती करी, Faic an caibideil |
और होरी मणछा लाणअ एसा गल्लो पाक्कअ थोघ कि तैहा आसा हर बगत भलै काम किऐ दै, ज़िहै, तैहा धाचै पाल़ै आपणैं लान्हैं बधिया, तैहा हांढदै फिरदै विश्वासी भाईओ आपणैं घरै अदर किअ होए, होरी विश्वासीए टैहलू ज़ेही सेऊआ होए की दी, खरी दी पल़ै दै लोगे तेसा मज़त होए की दी और सोभी रंगे भलै कामां लै तेसा आपणीं ज़िन्दगी होए दैनी दी।