2 कुरिन्थी 6:6 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान6 और पबित्र रही करै, ज्ञैना करै, सबर करनै करै, झींण करै, और पबित्र आत्मां करै, दुजै लै सच्च़ी झ़ूरी करी, Faic an caibideilकुल्वी6 पवित्रता न, ज्ञाना न, धीरजा न, कृपालु बनाणै न, पवित्र आत्मा न सच़ी झ़ुरी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम6 पवित्रता का, ज्ञाना का, धिरजा का, कृपालुता का, पवित्र आत्मा का, Faic an caibideil |
पर तिमुतुस, तंऐं किअ तिहअ ई ज़िहअ मंऐं ताखा सखाऊअ त। तंऐं भाल़अ कि हुंह केही ज़िन्दगी ज़िऊआ। तंऐं भाल़अ कि हुंह परमेशरे सेऊआ केही च़ाहा करनी और तेऊ दी मेरअ किहअ पाक्कअ भरोस्सअ आसा। तंऐं भाल़अ कि हुंह आपणीं दुख-तकलिफी दी बी किहअ शांत रहा। तंऐं भाल़अ कि हुंह परमेशर और होरी विश्वासी संघै केही झ़ूरी करा। तंऐं भाल़अ कि कठण घल़ी बी हुंह किहअ रहा परमेशरे सेऊआ च़ाकरी दी लागी।
परमेशरै खोज़अ तिन्नां गूरा का कि तेऊओ समाद नांईं त तिन्नां लै आथी पर अह आसा तम्हां लै। अह समाद आसा ईशू मसीहे बारै खुशीओ समाद ज़सरै बारै तम्हैं ऐबै शूणअ। परमेशरै छ़ाडी स्वर्गा का आपणीं पबित्र आत्मां कि सह लोगे खुशीए समादा तम्हां का खोज़णा लै मज़त करे। ईंयां गल्ला आसा एतरी महान कि स्वर्ग दूत बी हआ इना गल्ला हंदी भाल़णें ताका दी रहै दै।