2 कुरिन्थी 6:17 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान17 तैही बोला प्रभू हाम्हां लै पबित्र शास्त्रा दी, (याशायाह 52:11; यिर्मयाह 51:45) “तिन्नां मांझ़ा का निखल़ा दूर और तिन्नां का रहा ज़ुदै। छ़ोतलै काम निं करी, मुंह मनणै तम्हैं आसा तै, ज़ै तम्हैं शुचै होए। Faic an caibideilकुल्वी17 तैबै प्रभु शास्त्रा न होइया आसाबै बोला सा, “कि तिन्हां अविश्वासी लोका मौंझ़ै न निकल़ा ज़ो बुरै कोम केरा सी: होर आपणै आपा बै तिन्हां न अलग रौहात्; होर कोई बी दुष्टता रै कोम मता केरा, तैबै मूँ तुसै ग्रहण केरनै।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम17 एतकि तणी परमेश्वर बोला, त्या मेंजा का निखल़ा होर अलग रहा; होर अशुद्ध चीजा नांई छुहाँ, तेबा महा तमे ग्रहण करने; Faic an caibideil |