1 तिमुतुस 4:2 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान2 ईंयां झ़ुठी शिक्षा दैणैं आल़ै आसा झ़ुठै और ठगणै आल़ै। तिन्नां का निं थोघै लागदअ कि तिंयां ठीक करा कि गलत करदै आसा लागै दै। तिन्नें सोर आसा एही मूंईं दी ज़ेही ल्हासा कुंण तातै लोहै करै बी दहई पाए ता तेता निं किछ़ै फरक पल़दअ। Faic an caibideilकुल्वी2 झ़ूठी शिक्षा देणु आल़ै धोखै बाज सी। तिन्हां ऐ नी ज़ाणना कि ते सही केरदै लागै सी या गलत, तैण्ढाऐ ज़ैबै कोई गर्म लोहै सैंघै फुकिया सा ता शरीर ऐबै किछ़ भी महसूस नैंई केरी सकदा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम2 यह त्याह झूठे मणशा रे कपटा री बजहा का हुणा जासका मन जलदे लोहे में डांसी दे हूँणे। Faic an caibideil |