1 तिमुतुस 1:3 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान3-4 तिमुतुस, ज़िहअ ताखा थोघ बी आसा कि तिधी इफिसुस नगरी आसा कई इहै मणछ बी ज़ुंण झ़ुठी शिक्षा दैआ। तिंयां दैआ कबल्ली झ़ुठी कथ्या और खांनदानीए बारै बडी-बडी बही खोज़ी शिक्षा। ज़ांऊं हुंह इफिसुस नगरी का मकिदुनिया लाक्कै डेऊणा लै तैर्हुअ ता मंऐं बोलअ ताल्है इफिसुस नगरी रहणा लै और तिन्नां लोगा समझ़ाऊंणा लै कि तिन्नां लोगा लै बोलै इहअ कि एही शिक्षा निं दैआ। ज़ांऊं तिंयां एही शिक्षा दैआ, लोग हआ तिन्नें बारै हठल़दै लागै दै। एतो नतिज़अ निखल़ा इहअ कि तिंयां निं परमेशरे काम करना लै दुजे मज़त करदै ज़ेता तिंयां सिधअ परमेशरा दी विश्वास डाही करै ई सका करी। Faic an caibideilकुल्वी3 हांऊँ तुसाबै फिरी बोला सा कि ज़ैण्ढा मैं मकिदुनिया प्रदेशा बै ज़ाँदी घेरै तौभै समझ़ाऊ ती कि इफिसुस शैहरा न रौहिया तिन्हां झ़ूठी शिक्षा देणु आल़ै बै हुक्म देआ कि ते झ़ूठी शिक्षा देणा बन्द केरै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम3 जेड़ा मांई मकिदुनिया बे नाहंदे वक्ते तुह समझाऊ थी, कि इफिसुसा में रही करे कुछ लोका बे आदेश देए कि होरी तरहा री शिक्षा नांई दे, Faic an caibideil |
“पर मुखा शुझुई ताह दी एही गलती कि ताह सेटा आसा कई इहै, तूह निं तिन्नां लोगा आप्पू का दूर करदी ज़ुंण बलाम गूरा ज़ेही झ़ुठी शिक्षा दैआ। बलाम गूरै किऐ तै बलाक राज़ै का बोली करै इस्राएली लोग पाप करना लै मज़बूर। तेऊ दैनी ती तिन्नां लै मुर्ति सेटा किऐ दै बल़ीदान की दी च़िज़ा खाणें शिक्षा और कंज़रैई दी ज़िऊंणां लै। (2 पतरस 2:15; गणांई 31:16)