1 तिमुतुस 1:13 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान13 हुंह त प्रभू दी विश्वास करनै का पैहलै निंदा करनै आल़अ, विश्वासी लै दुख दैणैं आल़अ और तिन्नां लै ज़खम दैणैं आल़अ। हुंह नांईं त अज़ी बी विश्वास करदअ और इहअ करै निं मुंह समझ़ आथी ती कि ज़ुंण हुंह करा त सह आसा गलत। एता पिछ़ू की मसीहा मुल्है झींण। Faic an caibideilकुल्वी13 हांऊँ ता एक विश्वासी बणनै न पैहलै मसीह रै बारै न निन्दा केरनु आल़ा, विश्वासी बै सताणू आल़ा होर तिन्हां बै नुकसान देणु आल़ा ती, तैबै भी मैं मसीह न बशाह नैंई केरू होर तैबै मुँभै समझ़ नैंई आऊ कि ज़ो हांऊँ केरदा लागा ती सौ गलत ती। एथा बजहा न मसीहै मूँ पैंधै दया केरी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम13 हाऊं तो पहिले निन्दा करणे आले, होर साताउणेआले; तेबा भी महा परेदे दया होई, किबेकि मांई अबिश्बास आले री दशा में बिना सोच समझे याहा काम करी थी । Faic an caibideil |
भाईओ, तम्हां का आसा थोघ कि मंऐं तधू तैणीं केही ज़िन्दगी काटी ज़धू हुंह यहूदी बधान मना त। मेरी अमरे मेरै साथी ज़ुंण यहूदी बधान मना तै, मंऐं हारै तिंयां सोभै किल्हैकि मंऐं मनैं आपणैं बाप्पू-दादे रिती-रबाज़ पूरै दिला का। तधू च़िका मारा त हुंह मसीहा मनणै आल़ै तिन्नां लोगा ज़ुंण परमेशरे आराधना करा तै, मंऐं की तिन्नां सोभी खतम करने कोशिश।