1 थिस्सलुनी 4:3 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान3 किल्हैकि परमेशर च़ाहा इहअ कि तम्हैं बणां पबित्र मतलब-कंज़रैई का रहै दूर Faic an caibideilकुल्वी3 किबैकि परमेश्वरै री इच्छा ऐ सा कि तुसै पवित्र बैणा मतलब, व्यभिचारा न बच़िया रौहलै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम3 किबेकी परमेश्वरा री यह इच्छा साहा, कि तमे पवित्र बणा पर ब्यभिचारा का बची रहा। Faic an caibideil |
“पर ज़ुंण मुंह दी भरोस्सअ नांईं डाहे, तिंयां पाणै ज़ोरा-ज़ोरी तेऊ समुंदरा दी ज़ुंण गंधका करै ज़ल़ा, सह आसा दुजी मौत। अह इहअ नतिज़अ हणअ तिन्नां लोगो बी ज़ुंण होरी लोगा सम्हनै मेरअ नांअ लणै का डरा, ज़ुंण बूरै काम करा, ज़ुंण होरी मारी पाआ, ज़ुंण कंज़रैई करा, ज़ुंण ज़ादू करा, मुर्तिए पूज़ा करा और झ़ुठअ बोला।” (1 कुरिन्थी 6:9-10; इफिसी 5:5)