1 थिस्सलुनी 3:1 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान1 तैही ज़ांऊं म्हारै तम्हां का दूर नांईं रहूअ, ता मंऐं किअ इहअ फैंसलअ कि सिलास और मुंह रहणअ एथेंस नगरी। Faic an caibideilकुल्वी1 तैबै ज़ैबै आसरै होर नी रौहुआ ता आसै ऐ सोच़ु कि अथेन शैहरा न केल्है रौहलै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम1 एतकि तणी जेबा हामा का होर नांई रहू, तेबा हामे यह सोचु कि एथेंस में केल्ह रहे। Faic an caibideil |