1 पतरस 2:20 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान20 किल्हैकि, ज़ै तम्हैं ज़ुल्म करी करै धमुक्कै खाऐ और सबर डाहअ, ता तेते किज़ै सराहणे गल्ल हुई? पर ज़ै तम्हां भलै काम करी करै दुख भेटा और सबर करा, तेता करै हआ परमेशर खुश। Faic an caibideilकुल्वी20 किबैकि अगर तैं अपराध केरिया मुक्कै खाऐ होर धीरज रखू ता, तेथा न कि सराउथी री गैल सा? पर अगर भलै कोम केरिया दु:ख सौहा सी होर धीरज रखा सी ता, ऐ परमेश्वरा बै शोभला लागा, सा Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम20 किबेकि तमे अपराध करी करे घूंस खाई होर धीरज धरू, तेबा एता में कैह बडाई री गल साहा? पर अगर भला काम करी करे दुःख चुआकदा हो होर धीरज धरा हो तेबा यह परमेश्वरा भाऊंदा। Faic an caibideil |