1 कुरिन्थी 9:17 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान17 किल्हैकि, ज़ै हुंह आपणीं मरज़ी करै करा ता मुंह भेटा तेते मज़दूरी और ज़ै आपणीं मरज़ी करै निं करदअ, ता; तैबी आसा भढार सभाल़अ द। Faic an caibideilकुल्वी17 किबैकि अगर हांऊँ आपणी मर्जी न बोला सा, ता मजदूरी मुँभै मिलणी सा, पर हांऊँ ऐथा बै ज़िम्मैबारी समझिया केरा सा किबैकि परमेश्वरै मुँभै ऐ कोम धिनु सा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम17 किबेकि हाऊं अगर आपणी इच्छा संघे बुशाह करदा तेबा माँह तेत्की मजदूरी भेटा होर अगर आपाणी इच्छा संघे नांई करे, तेबा भी भंडारी माँह वै भेजू दअ साहा। Faic an caibideil |