1 कुरिन्थी 8:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 ऐबै लाअ मंऐं तम्हां का मुर्तिए सम्हनै बल़ी की दी च़िज़े बारै खोज़ी कि सारै भ्रमंडै आसा एक्कै परमेशर और संसारे मुर्ति दी निं ज़िन्दगी आथी। (बधान 4:39) Faic an caibideilकुल्वी4 आसै ज़ाणा सी कि मूर्ति रै सामनै बलि केरूईदी चीज़ा बै खाँणै रै बारै न, मूर्ति दुनिया न कोई परमेश्वर नैंई ऑथि, पर ऐकै सच़ा परमेश्वरा सा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम4 पर मूर्ति जेह बलि चढाई दी चीजा खाणे रे बारे में हामे जांणदा कि एउ संसारा में मूर्ति कोहे चीज नांई आहंदी, होर एकी परमेश्वरा छाड़ी कोह परमेश्वर नांई आंहद। Faic an caibideil |