1 कुरिन्थी 8:2 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान2 ज़ै तम्हैं आप्पू लै इहअ समझ़े कि तम्हां का आसा थोघ, तै निं तम्हां का असली दी तिहअ थोघ आथी ज़िहअ हुअ लोल़ी। Faic an caibideilकुल्वी2 ज़ो मांहणु सोचा सी कि आसै सैभ किछ़ ज़ाणा सी असली न सौ किछ़ नी ज़ाणदै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम2 अगर कुण समझे कि हाऊं कुछ जाणा, जेहड़ा तेऊ जान्णु लोडी थी तेहड़ा सह नांई जाणदअ। Faic an caibideil |
हाम्हैं विश्वासी बी आसा इहै ई, किल्हैकि हाम्हैं आसा इहै मणछा ज़िहै ज़ुंण आपणअ मुंह इहै शिशै दी भाल़ा ज़ेथ धुंमधुंमअ शुझिआ, किल्हैकि अज़ी निं हाम्हैं सोभै गल्ला राम्बल़ै करै समझ़दै। सिधअ आजू हेरनी हाम्हां सोभै गल्ला समझ़ी और तेभै भाल़णअ हाम्हां परमेशर आपणैं मुंहां सम्हनै। एभै आसा मेरअ ज्ञैन धूरअ। पर ज़ेभै सह धैल़ी एछणी, तेभै लागणअ मुखा तेऊए बारै राम्बल़ै करै थोघ ज़िहअ एभै परमेशरा का मेरै बारै आसा थोघ।