1 कुरिन्थी 7:36 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान36 ज़ै तम्हां मांझ़ै कुंणी आपणीं शोहरी कुंआरी होए डाही दी और बादा का सह इहअ समझ़े कि मंऐं मारअ आपणीं शोहरीओ हक और शोहरीए ज़ुआनीं च़ाल्ली ढल़ी, और ज़ै शोहरीओ बाप्पू समझ़े कि तेऊए शोहरी आसा बैहा करने ज़रुरत। सह करै आपणीं शोहरीए बैहो इंतज़ाम एथ निं किछ़ै पाप आथी। Faic an caibideilकुल्वी36 अगर कोई मांहणु ऐ सोचा सा कि मैं आपणी कुँआरी शोहरी रा ब्याह नैंई होंणै धिना, ज़ुणिरी जुआनी ढौलदी लागी सा, होर ऐ ज़रूरी सा कि, ज़ैण्ढा च़ाहलै, तैण्ढा केरलै, ऐथा न पाप नी ऑथि, अगर सौ तेसरा ब्याह होंणै देला। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम36 अगर कोई यह समझे कि, हाऊं आपणी कुआरी रा हक मारदअ लागअ, ज़ासकी जुआनी ढलदी लागी, होर ज़ासकी मजबूरी भी होई, तेबा सह जेड़ा चाहे तेहडा करी सका, सह पाप नांई आनधा, होर तेसका ब्याह जरूर हुणे दे। Faic an caibideil |