1 कुरिन्थी 6:16 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान16 अह आसा पबित्र शास्त्रा दी लिखअ द, “तिंयां दूई हणैं एक देही।” तम्हां का लोल़ी एसा गल्लो थोघ हुअ कि ज़ुंण कंज़री बेटल़ी संघै साझ़ू हआ सह हआ तैहा संघै एक देही। (मरकुस 10:8) Faic an caibideilकुल्वी16 कि तुसै नी जाणदै, ज़ो कोई वेश्या सैंघै रिश्ता बणा सा, सौ तेसा सैंघै एक शरीर होआ सा? किबैकि शास्त्रा न लिखु सा: “तिन्हां दुई एक शरीर होंणा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम16 कैह तमे नांई जांणदे की जोह वैश्या री संगती करा तेसा संघे एक शरीर हुंदा किबेकि लिखूदा साहा त्याहे दुहे एक तन हुणे। Faic an caibideil |