1 कुरिन्थी 4:7 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान7 किल्हैकि तूह निं कोही होरी कोही का बडअ बणांअ! ताह आसा सोभै बरदान परमेशरा का भेटै दै। ज़ै ताह सोभै गल्ला प्रभू का आसा भेटी दी ता; तै निं ताह घमंड करनैओ हक आथी। Faic an caibideilकुल्वी7 किबैकि कौसियै तुसाबै दुज़ै न बेहतर नैंई बणाऊ, तुसा हागै ज़ो किछ़ भी सा सौ तुसाबै परमेश्वरै धिना सा। किबैकि ज़ो किछ़ भी तुसा हागै सा सौ तुसाबै परमेश्वरै धिना सा, तुसाबै घमण्ड केरनै री कोई अधिकार नैंई ऑथि। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम7 किबेकि तमामें एकी दूजे में फर्क कुण करा? होर ताह सेटा कैह साहा जोह ताई दूजे का नांई पाऊ होर जोह ताए दूजे का पाऊ तेबा एडा घमण्ड किवै करा की माये नांई पाऊ? Faic an caibideil |