1 कुरिन्थी 15:53 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान53 किल्हैकि म्हारी ज़ुंण अह देही ज़ुंण मरा और बास्स-शल़ैन्ह लागा। अह आसा दुजै रुपा दी बधल़णीं ज़रूरी ज़ुंण कधि निं मरे और नां तेता का बास्स-शल़ैन्ह लागणीं। Faic an caibideilकुल्वी53 आसरा शरीर ज़ो तेई चौकिणै होर मौरना ऐण्ढै शरीरा न बदलणा ज़रूरी सा ज़ुणी कैधी नी चौकिणै या मौरना। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम53 किबेकि जरूरी साहा यह नशवान शरीर अविनाशी वणे, होर मरने आला शरीर अमरता वाने। Faic an caibideil |