1 कुरिन्थी 15:30 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान30 ज़ै मरी करै भी ज़िऊंदै हंदै ई निं आथी तै आसा हाम्हैं बी ऐडै मणछ ज़ुंण एता पिछ़ू आपणीं ज़िन्दगी खातरै दी पाआ। Faic an caibideilकुल्वी30 होर आसै भी किबै हर बौगत मुश्किला न पौड़िया रौहा सी? Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम30 होर हामें भी किवै एसा धियाड़ी में दुखा में रहंदा। Faic an caibideil |