1 कुरिन्थी 14:31 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान31 तम्हैं सोभै सका परमेशरो बैण खोज़ी, पर बारी-बारी करै ताकि सोभै शिखल़ुई सके और सोभी हौंसल़अ भेटे। Faic an caibideilकुल्वी31 किबैकि तुसै एक-एक केरिया भविष्यवाणी केरी सका सी कि सैभ सिखलै, होर सैभ शान्ति पालै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम31 किबेकि तमे सभी बारी-बारी भविष्यवाणी करी सका, पर सभी सीखे होर शांति पाएं। Faic an caibideil |
पर तज़ी बी, ज़ै हुंह मंडल़ी दी खास्सै विश्वासी मांझ़ै होए ता हुंह निं होरी रंगे भाषा बोलदअ किल्हैकि पाखली बोली ज़ुंण कोहै निं समझ़ी सकदअ तेथ बोलै होए मंऐं दस हज़ारा बैण पर तिंयां निं कोही समझ़ आऐ कि मंऐं कै बोलअ! तेता का आसा मेरै बोलै दै तिंयां पांज़ बोल ई भलै ज़ुंण लोगा समझ़ एछे और ज़ेता करै तिन्नां शिक्षा भेटे।