1 कुरिन्थी 14:14 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान14 ज़ेभै हुंह होरी भाषा दी प्राथणां करा, मेरी आत्मां हआ प्राथणां करदी लागी दी, पर मुखा निं तेभै थोघ हंदअ कि हुंह किज़ै बोला। Faic an caibideilकुल्वी14 तैबै ज़ैबै हांऊँ दुज़ी भाषा न प्रार्थना केरा सा, ता मेरी आत्मा ता प्रार्थना केरा सा पर मुँभै समझ नैंई ऐन्दी हांऊँ कि लागा सा बोलदा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम14 तेबा अगर हाऊं अन्य भाषा में गला करू, तेबा मेरी आत्मा प्रार्थना करदा, पर मेरी बुद्धी काम नांई करदी। Faic an caibideil |
पर तज़ी बी, ज़ै हुंह मंडल़ी दी खास्सै विश्वासी मांझ़ै होए ता हुंह निं होरी रंगे भाषा बोलदअ किल्हैकि पाखली बोली ज़ुंण कोहै निं समझ़ी सकदअ तेथ बोलै होए मंऐं दस हज़ारा बैण पर तिंयां निं कोही समझ़ आऐ कि मंऐं कै बोलअ! तेता का आसा मेरै बोलै दै तिंयां पांज़ बोल ई भलै ज़ुंण लोगा समझ़ एछे और ज़ेता करै तिन्नां शिक्षा भेटे।