1 कुरिन्थी 14:1 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान1 होरी संघै झ़ूरी करना लै और आत्मिक बरदाना दी डाहंणअ धैन मन लाई। खासकर खोज़णीं पबित्र आत्मां प्रगट की दी गल्ला। Faic an caibideilकुल्वी1 एकी दुज़ै बै झ़ुरी केरनै री पूरी कोशिश केरा, होर आत्मिक वरदाना री धुना न भी रौहा, खास केरिया भविष्यवाणी केरा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम1 प्रेमा रा साथ देया, होर आत्मिक वरदान री धुना में रहा, खासकर की भविष्यवाणी करा। Faic an caibideil |
और होरी मणछा लाणअ एसा गल्लो पाक्कअ थोघ कि तैहा आसा हर बगत भलै काम किऐ दै, ज़िहै, तैहा धाचै पाल़ै आपणैं लान्हैं बधिया, तैहा हांढदै फिरदै विश्वासी भाईओ आपणैं घरै अदर किअ होए, होरी विश्वासीए टैहलू ज़ेही सेऊआ होए की दी, खरी दी पल़ै दै लोगे तेसा मज़त होए की दी और सोभी रंगे भलै कामां लै तेसा आपणीं ज़िन्दगी होए दैनी दी।