1 कुरिन्थी 13:8 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान8 इहअ बगत बी एछणअ ज़ेभै लोगा परमेशरो बैण खोज़णअ बंद करनअ और पाखली बोली बी निं बोल़णीं और परमेशरे बारै डुघै भेद समझ़णें बी निं ज़रुरत रहणीं, पर झ़ूरी रहणीं सदा बणीं। Faic an caibideilकुल्वी8 झ़ुरी कैधी खत्म नी होंदी; भविष्यवाणी ता खत्म होंणी, भाषा होली ता ते भी खत्म होंदी रोहणा; ज्ञान होला ता सौ भी खत्म होंणा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम8 प्रेम कधी नांई टलदा; भविष्यवाणी खत्म हुणी, भाषा खत्म हूणी ज्ञान भी खत्म हुणा। Faic an caibideil |
पबित्र आत्मां दैआ एकी मणछा लै च़मत्कार करने शगती और दुजै लै दैआ परमेशरो समाद खोज़णेंओ बरदान; और एकी होरी लै दैआ एसा गल्ला परखणैंओ बरदान कि ज़ुंण बरदान आसा सह पबित्र आत्मां का आसा कि बूरी आत्मां का आसा। एकी मणछा लै दैआ सह कई रंगे भाषा-बोली बोल़णैंओ गूण ज़ुंण तेऊ कधि निं होए शिखल़ी दी, और कई लै दैआ सह तैहा भाषा-बोलीओ मतलब खोज़णेंओ गूण ज़ुंण तेऊ कधि निं शिखल़ी।