1 कुरिन्थी 13:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 ज़ुंण होरी लै झ़ूरी करा सह डाहा सबर और दुजै लै झींण और ज़ुंण झ़ूरी करा सह निं कोहिए निंदा करदअ आथी, झ़ूरी निं आपणीं बड़ाई करदअ आथी, और नां आप्पू सराहंदअ आथी, Faic an caibideilकुल्वी4 झ़ुरी धीरजवान सा; होर कृपालु सा, झ़ुरी डाह नी केरदी; झ़ुरी आपणी सराउथी नी केरदी, होर फूलदी नैंई। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम4 प्रेम धीरज साहा, होर कृपालु साह, प्रेम आपणी बड़ाई आपे नांई करदा, होर फुलदा नांई, Faic an caibideil |
सह आसा देहीओ मूंड और सह ई करा सारी देहीए हेर सभाल़ और सह डाहा सोभी आंगा एकी दुजै दी ज़ोल़ी। ताकि तिंयां इहै बझ़े ज़िहअ परमेशर च़ाहा। धैन डाहै कि कुंण मणछ तम्हां कबाता पाई स्वर्ग दूते भगती कराऊई करै तेसा ठुर्हे भागा का नभागै नां करे। इहअ मणछ बोला कि हाम्हां का रहैऊऐ परमेशरै दर्शण एता करै हआ तिंयां ऐडै ज़िहै घमंडा करै ज़ेही मणछे सोठ हआ। तिन्नैं हेरअ मसीहा छ़ाडी।
पर तिमुतुस, तंऐं किअ तिहअ ई ज़िहअ मंऐं ताखा सखाऊअ त। तंऐं भाल़अ कि हुंह केही ज़िन्दगी ज़िऊआ। तंऐं भाल़अ कि हुंह परमेशरे सेऊआ केही च़ाहा करनी और तेऊ दी मेरअ किहअ पाक्कअ भरोस्सअ आसा। तंऐं भाल़अ कि हुंह आपणीं दुख-तकलिफी दी बी किहअ शांत रहा। तंऐं भाल़अ कि हुंह परमेशर और होरी विश्वासी संघै केही झ़ूरी करा। तंऐं भाल़अ कि कठण घल़ी बी हुंह किहअ रहा परमेशरे सेऊआ च़ाकरी दी लागी।
हाम्हां लागा अह गल्ल आद डाहणीं कि एक बगत त इहअ बी कि हाम्हैं बी तै तिन्नां लोगा ज़िहै ऐडै ज़ुंण अज़ी मसीहा दी विश्वास निं करदै। हाम्हैं निं परमेशरे गल्ला मंदै तै। हाम्हैं बी तै धोखै दी पल़ै दै। हाम्हैं करा तै कबल्लै बूरै काम करना लै आपणअ बगत बरैबाद और हाम्हैं रहा तै तिहअ करदै लागी ज़ेता म्हारी देही च़ाहा ती। हाम्हैं बी च़ाहा तै तिन्नां गल्ला ज़ुंण होरी का आसा। हाम्हैं पज़ेरा तै होरीए दिलै आप्पू लै नफरत और हाम्हैं करा तै एकी दुजै संघै ज़ीद।