1 कुरिन्थी 13:2 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान2 ज़ै हुंह परमेशरो बैण खोज़णैं आल़अ होए, और सोभी भेदो ज़ाणकार, और ज्ञैना समझ़णैं आल़अ, और ज़ै मुंह एतरअ विश्वास बी होए, कि हुंह सका ऐहा धारा बी इधा का दूर च़की पर सोभी लै झ़ूरी निं मेरै दिला दी होए, तै निं हुंह किछ़ी कामों आथी। Faic an caibideilकुल्वी2 होर अगर हांऊँ भविष्यवाणी केरनु, होर सैभ रहस्या होर सभी तैरहा रै ज्ञाना बै समझनु, होर मुँभै औखै तैंईंयैं बशाह होला, कि हांऊँ ढौगा बै हटाला, पर झ़ुरी नी केरनु, ता हांऊँ किछ़ भी नी ऑथि। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम2 होर हाऊं अगर भविष्यवाणी करे, होर सभी भेदो होर सभी तरहा रा ज्ञान समझी सका होर माँह अखे तणी पूरा बुशाह होउ कि हाऊं पहाड़ा भी हटाई सका, पर प्रेम नांई डाहे, तेबा हाऊं किछे नांई। Faic an caibideil |
एथ निं किछ़ै बैहम आथी कि अह गल्ल आसा पाक्की, ज़ुंण गल्ला परमेशरै प्रगट की तिंयां आसा सारी शुची मतलब, मसीहा हुअ मणछ देही दी प्रगट, पबित्र आत्मां की अह गल्ल साबत कि ज़ुंण गल्ला तेऊ की तिंयां आसा भली, सह भाल़अ स्वर्ग दूतै बी, सह च़कअ स्वर्गे प्रतपा दी उझै। लोगै खोज़अ तेऊए बारै सारै संसारे सोभी लोगा का। सारै संसारे लोगै किअ तेऊ दी विश्वास।