1 कुरिन्थी 13:11 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान11 अह आसा मणछे ज़िन्दगीए बझ़ा ज़ेही, ज़ेभै हुंह लान्हअ त मेरी बोली, समझ़ और बभार त लान्हैं ज़िहअ। पर ज़ांऊं हुंह ज़ुआन हुअ ता मंऐं छ़ाडअ लान्हैं ज़िहअ सभाब। Faic an caibideilकुल्वी11 ज़ैबै हांऊँ शोहरु ऐ ती, ता हांऊँ शोहरु सांही बोला ती, होर शोहरु सांही मन ती शोहरु सांही समझ ती; पर ऐबै स्याणा हुआ सा, ता शोहरु सांही गैला छ़ौड़ी धिनी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम11 जेबरे हाऊं शोहरू थी, तेबा हाऊं शोहरू जेहडी गल्ला करदा थी, शोहरू साही मन थी, शोहरू साही समझ थी; पर जेबरे सियाणअ होऊ तेबा शोहरू री गल्ला छाड़ी। Faic an caibideil |
हाम्हैं विश्वासी बी आसा इहै ई, किल्हैकि हाम्हैं आसा इहै मणछा ज़िहै ज़ुंण आपणअ मुंह इहै शिशै दी भाल़ा ज़ेथ धुंमधुंमअ शुझिआ, किल्हैकि अज़ी निं हाम्हैं सोभै गल्ला राम्बल़ै करै समझ़दै। सिधअ आजू हेरनी हाम्हां सोभै गल्ला समझ़ी और तेभै भाल़णअ हाम्हां परमेशर आपणैं मुंहां सम्हनै। एभै आसा मेरअ ज्ञैन धूरअ। पर ज़ेभै सह धैल़ी एछणी, तेभै लागणअ मुखा तेऊए बारै राम्बल़ै करै थोघ ज़िहअ एभै परमेशरा का मेरै बारै आसा थोघ।