1 कुरिन्थी 12:3 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान3 तै च़ाहा हुंह कि तम्हां का लोल़ी थोघ लागअ कि ज़ुंण परमेशरे आत्में साबै बोला, ता सह निं इहअ बोलदअ कि “ईशू आसा शाप लागअ द” और नां पबित्र आत्मां बाझ़ी कुंण इहअ बोली सकदअ कि “ईशू आसा प्रभू।” Faic an caibideilकुल्वी3 तैबै हांऊँ तुसाबै समझाणा चाहा सा ज़ो कोई परमेश्वरा री पवित्र आत्मा री अगुवाई न च़ला सी, सौ नी बोली सकदा कि, “यीशु श्रापित हो” होर पवित्र आत्मा रै ज़रियै ही बोली सका सा कि, “यीशु ही प्रभु सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम3 तेबा हाऊं तमावै चेतावनी दिंदा की जोह कोई जोह परमेश्वर री आत्मा संघे बोला, सह नांई बोलदअ की यीशु श्रापित साहा, होर नाह कोई पवित्र आत्मा रे बिना बोली सकदअ की यीशु प्रभु साहा। Faic an caibideil |