1 कुरिन्थी 11:5 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान5 ज़ुंण बेटल़ी नांगै मुंडै प्राथणां या पबित्र आत्में गल्ला प्रगट करा, सह बी करा आपणैं मर्धा नकदरै ज़ुंण तेसो मूंड आसा। तेखअ निं तेसा बेटल़ी दी किछ़ै फरक रहअ ज़हा बेटल़ीए मूंड बेइज़ती पिछ़ू तांबल़अ आसा किअ द। Faic an caibideilकुल्वी5 पर ज़ो बेटड़ी खुलै मुँडी प्रार्थना केरली या भविष्यवाणी केरली ता, सौ आपणी मुँडी रा मतलब आपणै लाड़ै रा अपमान केरा सा, किबैकि सौ ता गंजी होंणै रै बराबर सा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम5 पर जोह बेटड़ी नंगे मुडे प्रार्थना होर भविष्यवाणी करा थी, आपणे मुंडा रा अपमान करा किबेकि सह मुणडी हुणे रे बराबर साहा। Faic an caibideil |