1 कुरिन्थी 11:34 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान34 ज़ै कुंण भुखअ होए ता सह लऐ आपणैं घरै रोटी खाई, ताकि ज़ेभै तम्हैं कठा होए तेभै लोल़ी थारअ बभार तिहअ हुअ ज़िहअ प्रभू भोज़ा लै ज़रूरी आसा तै निं तम्हां परमेशरा का सज़ा भेटणीं। बाकी गल्ला करनी मुंह आप्पै एछी करै ठीक। Faic an caibideilकुल्वी34 अगर कोई भूखा सा, ता आपणै घौरा खाला कि ज़ुणिरी बजहा तुसरा कठै होंणा सज़ा री बजहा नी बणनी; होर बचीहूंदी गैला हांऊँ एज़िया ठीक केरनु। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम34 अगर कुण भोच्छ साहा तेऊ आपणे घरा वै आणे, जासु का थारे कठे हुणे लोका रे दण्डा री बजा नांई होए। होर वाकी गल्ला माँह इच्छी करे ठीक करणी। Faic an caibideil |