1 कुरिन्थी 10:8 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान8 नां तम्हैं कंज़रैई करी, ज़िहअ तिन्नां मांझ़ै बी कई लोगै किअ; और तिंयां मूंऐं एकी धैल़ी भितरी त्रेई हज़ार मणछ। (गणांई 25:1,9) Faic an caibideilकुल्वी8 होर न आसा व्यभिचार केरना; ज़ैण्ढा कि तिन्हां मौंझ़ै न केतरै मांहणुऐ ऐण्ढा केरू तैबै ते एकी रोज़ा न त्रेई हज़ार लोका मूँऐ। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम8 होर नाह हामे व्यभिचार करे, जेहड़ा की त्याह लोका में बहु अधिकार करू, होर एकसा धियाड़ी तरेई हज़ार लोका मुये। Faic an caibideil |
“पर मुखा शुझुई ताह दी एही गलती कि ताह सेटा आसा कई इहै, तूह निं तिन्नां लोगा आप्पू का दूर करदी ज़ुंण बलाम गूरा ज़ेही झ़ुठी शिक्षा दैआ। बलाम गूरै किऐ तै बलाक राज़ै का बोली करै इस्राएली लोग पाप करना लै मज़बूर। तेऊ दैनी ती तिन्नां लै मुर्ति सेटा किऐ दै बल़ीदान की दी च़िज़ा खाणें शिक्षा और कंज़रैई दी ज़िऊंणां लै। (2 पतरस 2:15; गणांई 31:16)