1 कुरिन्थी 10:1 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान1 भाईओ, हुंह च़ाहा तम्हां का आद फरेऊणीं कि म्हारै पित्तरा संघै ज़ंगलै किज़ै हुअ। परमेशरै निंयैं तिंयां एक बादल़ छ़ाडी करै ज़ुंण तिन्नां आजू-आजू रहा त सरगै हांढदअ लागी और परमेशरै पजैल़ै तिंयां लाल समुंदरे पाणीं जैंदरी पार टपाऊई करै राज़ी राम्बल़ै शुक्की ज़ैगा दी। (लुआह 14:29) Faic an caibideilकुल्वी1 ओ भाइयो, बैहणियो हांऊँ तुसाबै याद दिलाणा च़ाहा सा आपणै बुज़ुर्गा रै बारै न ज़ो कई बौर्षा पैहलै रेगिस्ताना न ती। इन्हां सैभी री अगुवाई एकै बादला रै ज़रियै हुई ज़ो सैभी रै आगै-आगै च़ला ती होर सैभी रै सैभ समूँद्रै रै बीच़ा न पार हुऐ। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम1 हे भाईयो हाऊं नांई चाहन्दा, कि तमे एसा गला का अनजान रहा की हमारे सबे पूर्वज बादला थहीं थी, होर सबे समुन्द्रा रे बीचा में का पार होई। Faic an caibideil |