2 ते नदी चे ऐ पासु, ते नदी चे ओ पासु, जीवन चे पेड़ हुते, ओचे मां ब़ारहा तरह चे फल लाग़ते, ते ऊं पेड़ हर मेहने फल ङिते, ते ओ पेड़ चे पता लारे सारी जाति-जाति ची बन्दी ठीक हुती।
“प्रभु ची आत्मा माये उपर छै, ऐवास्ते ओणे कंगाला नु सुसमाचार सुणावणे वास्ते माया अभिषेक करला, ते मनु ऐवास्ते चुणले कि जको बन्धन मां छी वानु छुटकारे चा ते अन्धा नु सोज़ले मिलणे चा सुसमाचार चा प्रचार करे ते लताड़ले आला नु छुड़ावे।
ओ खौद्द ही अम्चे पापा नु आपणे शरीरा चे उपर चती कर क्रूसा उपर चढ़ती गेला, जाये कनु अम्ही पापा चे वास्ते मरती कर धार्मिकता चे वांचे वास्ते जीवन बिताऊं, ओचे ही मार खाणे ची वजह कनु तम्ही चंगे हुले।
“जाये कान हो वे सुणती गिहो, कि आत्मा कलीसिया नु का किहे पला। “जको जीतती जई, मैं ओनु ओ जीवन चे दरख्ता कनु जको नरीकारा चे स्वर्ग़ लौक मां छै, फल खाणे नु ङी।
बल्ति ओ स्वर्ग़दूता ने मनु बिल्लौर जिसड़ी शीशे आलीकर झलकती हुली, जीवन चे पाणीया ची नदी ङिखाणली। जको नरीकार ते मैमणे चे सिंहासन कनु निकलती कर ओ शहरा ची सड़के चे आधी मां बेहती।
ते अगर कुई ऐ भविष्यवाणी ची किताबे चा बाता महु कहीं काढ़ती नाखे, ते नरीकार ओ जीवन चे पेड़ ते पवित्र शहर महु जाई चर्चा ऐ किताबे मां छै, ओचा हेंस्सा काढ़ती नाखी।