7 “जाये कान हो वे सुणती गिहो, कि आत्मा कलीसिया नु का किहे पला। “जको जीतती जई, मैं ओनु ओ जीवन चे दरख्ता कनु जको नरीकारा चे स्वर्ग़ लौक मां छै, फल खाणे नु ङी।
हे ब़ाला आले, मैं तम्हानु ऐवास्ते लिखे पला जको शुरु कनु छै, तम्ही ओनु जाणा। हे जवानु, मैं तम्हानु ऐवास्ते लिखे पला कि तम्ही ओ दुष्टा उपर जय पाली। हे माई प्यारी ब़ाले, मैं तम्हानु ऐवास्ते लिखे पला कि तम्ही ब़ा नरीकारा नु जाणती गेले।
बल्ति मैं हेक शीशे जिसड़ा समुन्दर ङेखला, ओ यूं हुता जिंवे ओचे मां जाखते मिड़ले आले हो, ते ओ ङरावणे ढौरा उपर, ते वे मूर्ति उपर, ते ओचे नांवा चे अंक उपर जीतले हुते, वानु मैं शीशे चे समुन्दरा चे गोढु नरीकारा ची वीणा नु चली भि ले ङेखले।
“जाये कान हो वे सुणती गिहो कि आत्मा कलीसिया नु का किहे पला। “जको जीतती जई, ओनु मैं लुकले आले मन्ने महु ङी, ते ओनु हेक चिट्टा पत्थर वी ङी, ते ओ पत्थरा उपर हेक नां लिखले आले हुवी, जानु ओचे गेहणे आले चे सिवाय नेरे कुई नी जाणी।
ते पवित्र आत्मा, ते बीन्दणी ङोनी किही, “आ!” ते सुणने आला वी किहो कि, “आ!” जको तरसेला आला हो, ओ वी आओ। ते जको कुई चाहवे ऊं वी जीवन चे पाणी नु यूंही गिहो।
ते नदी चे ऐ पासु, ते नदी चे ओ पासु, जीवन चे पेड़ हुते, ओचे मां ब़ारहा तरह चे फल लाग़ते, ते ऊं पेड़ हर मेहने फल ङिते, ते ओ पेड़ चे पता लारे सारी जाति-जाति ची बन्दी ठीक हुती।