3 का तम्ही इसड़े ब़ुध्दु छिवा जको पवित्र आत्मा ची रीति पर शुरु करती ते शरीरा ची रीति पर अन्त करा।
मैं ब़स तम्हा कनु इतने ही जाणने चाहवें कि का पवित्र आत्मा तम्हानु व्यवस्था चे कामा लारे, जा विश्वास लारे मिड़ला,
का तम्ही इतने ङोख बेकार मां ही चले? आस छै कि वे बेकार कोनी हुते!
वाणे हेक तम्बू बणाला, जाये मां ङोन खाने हुते, ओचे पेहले खाने मां ङीवा, मेज ते भेंट चा रोटीया मेहलीया जतीया। हां तम्बूआ चा हेंस्सा पवित्र स्थान किहवाता।