15 तु वी ओकनु चौकस रिहो, कांकि ओणे अम्चे उपदेशा चा घणा ही विरोध करला।
कुत्ता चे समान बन्दा कनु चौकस रेहजा, वां बुरे काम करने आला कनु चौकस रिहा, वां कटती करने आला कनु चौकस रिहा।
ते जिंवे यन्नेस ते यम्ब्रेस जको सिखावणे आले हुते, वाणे मूसा चा विरोध करला हुता, यूंही ये वी सच्चाई चा विरोध करी, ये तां इसड़ी बन्दी छी, जाया दिमाक खत्तम हुती गेला ते वे विश्वास मां निक्कमे छी।
सिकन्दर ठठेरे ने मनु ब़ोहत नुकसान पुचाला, प्रभु ओनु ओचे कामा चे अनुसार बदला ङिही।
माये पेहले प्रतिवाद चे बेले किह्णी वी माया साथ कोनी ङिला, बल्कि सब ने मनु छोड़ती ङिले हुते। भले हो कि ऐचा वानु लेखा ङेणा ना पड़ो।