7 ते सदा सिखतीया तां रिही पर सच्चाई ची पिछाण तक कङी ना पुज़ी।
ओणे उत्तर ङिला, “तम्हानु तां स्वर्ग़ चे राज़ चे भेदा ची समझ ङिली गेली, पर वानु कोनी।
तम्ही माये मां विश्वास किवें कर सग़ा? कांकि तम्ही तां आपस मां हेके ङुजे चा कद्दर चाहवा ते ओ कद्दर नु तां ना ङेखा जको सेर्फ नरीकारा कनु आवे।
अम्ही इसड़ी ब़ाले बणली ना रिहुं कि हवाई लारे उछलती ना जऊं बन्दी जको ठग़्ग़ विधिया नु बधावी, भ्रम चे लारे भरले आले व्यवहार कनु, ते इसड़े ढोंगीपणे कनु इंगे-ऊंगे भटकाती ङी
नरीकार ईं चाहवे, कि सारे बन्दा चा उद्धार हो, ते वे सच्चाई नु भली भान्ती जाणती गिहो।
ते विरोधीया नु नरमाई लारे समझाओ, का पता नरीकार वानु मन फिरावणे चे वास्ते मन ङियो, कि वे सच्चाई नु पिछाणो।
अम्चे गोढु ऐ बारे मां केहणे वास्ते ब़ोहत कोच्छ छै, पर जाया वर्णन करने मुश्किल छै कांकि तम्ही ऊंचे सुणु लाग़ती गेले।