“हे ब़ा, मैं चाहवे कि जानु तु मनु ङिले जिठे मैं छै ओठे वे वी माये लारे हो, कि वे माई वा महिमा ङेखो, जको तु मनु ङिली कांकि तु संसारा ची उत्पत्ति चे पेहले माये लारे प्रेम राखला।
नरीकारा ने आपणे ज्ञान मां ईं असम्भव करले कि लौक आपणे ज्ञान चे अनुसार नरीकारा नु जाणो, पर नरीकारा नु ईं आच्छे लाग़ले कि, ऐ प्रचार चे जरिये जानु लौक मूर्खता समझे, विश्वास करने आला नु उद्धार ङिये।
मैं वां लौका वास्ते जको विश्वासा मां कमजोर छी खौद्द वांचे आलीकर कमजोर बणला कि वानु मसीह मां जीत सग़े। मैं सब तरह चे इन्साना वास्ते सब कोच्छ बणला कि किवें ना किवें करती कईयां चा उद्धार करवा सग़े।
मैं तम्चे वास्ते घणी खुशी लारे खर्च करी बल्कि आपणे आप नु वी ङिती ङी। का जितना बधती कर मैं तम्चे लारे प्रेम राखे, ओचे कनु घटातीकर तम्ही माये लारे प्रेम राखा?
जाये उपर नरीकारा ने प्रकट करने चाह्ले, कि वानु पता लाग़ो कि सारे लौका मां ओ भेदा ची कीमत चा धन का छै? ते वा हाओ छै, कि मसीह जको महिमा ची उम्मीद छै वा तम्चे मां बणली रिहो।
हा चिठ्ठी पौलुस चे तरफु जको नरीकारा चा दास ते मसीह ईशु चा प्रेरित छै, नरीकारा चे चुणले आले लौक चा विश्वास ते वे सच्चाई ची पिछाण चे अनुसार जको भग़ती चे अनुसार छै,
हमा नरीकार जको सारे अनुग्रह चा दाता छै, जेह्णे तम्हानु मसीह मां आपणी अनन्त महिमा वास्ते हकारले, तम्चे थोड़ी देरी तक ङोख चवणे चे बाद आप ही तम्हानु सेद्ध ते मजबूत ते बलवन्त करी।