13 मैं तां पेहले निन्दा करने आला, ते सतावणे आला, ते अन्धेर करने आला हुता, तां वी माये उपर दया हुली, कांकि मैं अविश्वास ची दशा मां बिना सोचले समझले, ये कामे करली हुती।
कुंवारीया चे बारे मां प्रभु ची कुई आज्ञा मनु कोनी मिड़ली पर विश्वासयोग हुवणे वास्ते जिसड़ी दया प्रभु ने माये उपर करली छै ओचे अनुसार आपणे तरफु केहणा चाहवे।
ऐवास्ते अम्ही नरीकारा चे अनुग्रह चे सिंहासन चे सामणे हिम्मत ब़ांहती कर चालु, कि अम्चे उपर दया हो ते ओ अनुग्रह गिहुं जको जरुरी समय उपर अम्ची सहायता करो।