कांकि नरीकार ने आज्ञा ङिली हुती कि, “अन्धकारा महु ज्योति चमको।” ते नरीकारा ने ही अम्चे दिला मां आपणी ज्योति चमकाली कि ईशु मसीह मां नरीकारा ची महिमा चे सोज़ले मेल सग़ो।
पर हमा जको तम्ही नरीकारा नु पिछाणती गेले बल्कि नरीकारा ने तम्हानु पिछाणले, तां वा कमजोर ते संसारा ची बेकार जिसड़ी शिक्षा चीया बाता ची ओर कां मुड़ा? का वांचे तम्ही दोबारा गुलाम हुवणे चाहवा?
हमा ङेखा, जिसे बेले तम्ही सच्चाई चा पालन करते हुले, सच्चे भाईचारे चे प्रीति नु उजागर करने चे वास्ते आपणी आत्मा नु पवित्र करते गेले ते पवित्र मना लारे हेके ङुजे लारे प्रेम राखा।
हमा हे असतरी, मैं तनु कुई नवीं आज्ञा कोनी, पर वाहो जको शुरु कनु अम्चे गोढु छै, लिखे पला, ते दुधे कनु बिनती करे पला कि अम्ही विश्वास करने आली हेके ङुजे लारे प्रेम राखु।