बैसिये तुम छोटे लोगन कै अपने बड़े-बूढ़ेन के अग्गु लाने होगो। और तुम सबन कै एक दुसरे की सेवा करन के ताहीं भोलेपन के तहबंद मैं रखनो चाहिए; सास्त्र कहथै, “परमेस्वर घमंड को बिरोध करथै, लेकिन दयालुअन को पक्छ लेथै।”
हे दऊवा, मैं तुम्हैं इसलै लिखथौं, कि जो आदि से है, तुम बाकै जानथौ, हे ज्वानौं, मैं तुमकै इसलै लिखथौ, कि तुम बौ दुस्ट पर जय पाए हौ: हे लौड़ौ, मैं तुमकै इसलै लिखो हौं, कि तुम दऊवा कै जानगै हौ।