10 तौ चौबीसो बड़े-बूढ़े सिंहासन पर बैठन बारे के सामने गिरकै हमेसा और हमेसा जिंदे रहन बारेन कै दन्डवत करथैं। बे अपने मुकुट सिंहासन के सामने नीचे डारंगे और आराधना करत भै कहंगे:
बे घर मैं गै, और जब बे बालक कै बाकी अईय्या मरियम के संग देखीं, तौ झुककै घूँटो टेक बाकै दन्डवत करीं। और बे अपनो कीमती चीज को पिटारो खोलीं और अपनो सोनो, लोबान और मुर को भेंट लायकै, बाके सामने भेंट करीं।
लेकिन मैं जो कछु भी हौं, परमेस्वर की दया से हौं, बाकी दया जो मेरे ऊपर है बौ बेकार नाय गई; लेकिन मैं बे सब बातन से बढ़कै मेहनत करो हौं: तहुँओं जौ मेरी तरफ से नाय भौ लेकिन परमेस्वर की दया से भौ जो मेरे ऊपर रहै।
और परमेस्वर के नाओं से मन्नत माँग कै कह, जो हमेसा जिंदो है, जो आकास, पृथ्वी और समुंदर और बामै जो कछु है, सबकै जन्माई है! स्वर्गदूत कही, “अब और देर न होगी!”
“हे प्रभु, कौन तोसे ना डरागो? और तेरे नाओं की महिमा ना करैगो? काहैकि सिरफ तू ही पवित्र है। और सब जाति आयकै तेरी आराधना करंगे, काहैकि तेरे न्याय के काम सब देखरै हैं।” काहैकि तू ही एक पवित्र है जो सब देस तेरो धन्यवाद करंगे।
जैसिये बौ किताब लई, चारौ जिंदे जीव और चौबीस बड़े-बूढ़े मेम्ना के अग्गु गिर पड़े। हर एक के हात मैं वीड़ाँ और लोहबान धूप से भरे सोने के कटोरा रहैं, जो परमेस्वर के पवित्र लोगन की प्रार्थना है।