5 उन्हैं झूठ बोलन के ताहीं कहुए नाय जानो गौ है; बे निर्दोस हैं।
5 बे कभी फिर नाए ठगी हएं, बे निर्दोष हएं।
अरे साँप के बालकौ, जब तुम बुरे होत भै अच्छी बात कैसे कह सकथौ? काहैकि जो मन मैं भरो होथै, बहे मोहों से निकरथै।
तौ पिलातुस बड़े पुजारी और भीड़ से कही, “मोकै जौ आदमी मैं कोई दोस ना मिलो।”
ईसु नतनएल कै अपने घाँईं आत भौ देखकै कही, “देखौ, जौ सच्ची मैं इस्राएली है, जाके भीतर कपट नाय है?”
और बाकै एक ऐसी? कलीसिया बनाये कै अपने झोने ठड़बाबै, जोमैं ना कलंक, ना झुर्री, ना कोई और ऐसी चीज होबै, बल्कि पवित्र और निर्दोस होबै।
फिर भी बौ अपनी सारीरिक सरीर मैं मरन के जरिया तुमसे मेल कर लई कि तुमकै अपने सामने पवित्र, निस्कलंक और निर्दोस बनाएकै लाबै।
तौ मसीह को खून जो अपने आपकै अनंत आत्मा के जरिया परमेस्वर के अग्गु निर्दोस चढ़ाई, तुम्हारे मन कै मरे भै कामन से काहे नाय सुद्ध करैगो, ताकी तुम जिंदे परमेस्वर की आराधना करौ।
जौ मसीह को कीमती खून रहै, जो निर्दोस या बेदाग एक मेमना के जैसी रहै।
बौ कोई पाप नाय करी, और कोई कहु बाके होटन से झूठ नाय सुनीं।
जैसी कि सास्त्र कहथै, “अगर तुम जौ जिंदगी से प्रेम करनो और अच्छे समय कै देखनो चाहथौ, तुमकै बुरो बोलन से बचनो चाहिए और झूठ बोलनो बंद करौ।
जो तुमकै ठोकर खबान से बचाए सकथै, बौ अपने महिमामय मौजुदगी मैं तुम्हैं निर्दोस और खुस करकै खड़ो कर सकथै।