ईसु यहूदि सभाघरन मैं उपदेस देतो, परमेस्वर के राज्य को सुसमाचार को प्रचार करतो, लोगन के रोग और हर तरह की बिमारिन से अच्छो करतो बौ गाँव-गाँव और नगर-नगर घूमत रहै।
जौ देखकै सब जनी चौहोंक गै, और सब आपस मैं बहस करन लग्गै, “कि जौ का बात है? जौ तौ अनोखो उपदेस है! बौ तौ अधिकार से प्रेत आत्मा कै आग्या देथै, और प्रेत आत्मा बाकी बात मानथैं।”
पर बौ हुँआँ से जाएकै जौ बात को गजब प्रचार करी और हिंयाँ तक की ऐसे बात फैलान लग्गौ की ईसु फिर खुल्लम-खुल्ला नगर मैं नाय जाए पाई, पर बौ बाहर अलग्याँओं जघा मैं रहेत रहै; और लोग सब घाँईं से बाके झोने आत रहैं।